Inauguration of Sanitizing Machine at JCDOE
जे सी डी विद्यापीठ के इंजीनियरिंग कॉलेज में बिना सैनिटाइजर के वस्तुओं को सैनिटाइज करने वाली मैजिक मशीन का आविष्कार
जननायक चैधरी देवीलाल विद्यापीठ, सिरसा के जेसीडी इंजीनियरिंग कॉलेज मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में सहायक प्रोफेसर गंगाराम ने बिना सैनिटाइजर के वस्तुओं को सैनिटाइज करने वाली मैजिक मशीन का आविष्कार किया जिसका उद्घाटन जेसीडी विद्यापीठ की प्रबन्ध निदेशक डॉ. शमीम शर्मा व कॉलेज प्राचायज़् डॉ. दिनेश गुप्ता ने किया। डॉ. शमीम शर्मा ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में सहायक प्रोफेसर गंगाराम व अन्य स्टाफ सदस्य0ं क0 बधाई देते हुए कहा कि कोरोना वायरस (COVID-19) के कारण दुनिया महामारी की स्थिति का सामना कर रही है। यह संक्रामक वायरल है जो फेफड़ों में संक्रमण का कारण बनती है। ये वायरस मुख्य रूप से श्वसन तंत्र पर हमला करते हैं; तेजी से खुद को मानव श्वसन पथ की कोशिकाओं के अंदर गुणा करता है। यह मशीन COVID-19 के प्रसार को रोकने के लिए बहुत ही उपयङ्क्षगी सिद्ध ह0 सकती है ।
सहायक प्रोफेसर गंगाराम ने मैजिक मशीन के बारे में बताते हुए कहा कि यह टनल बिना सैनिटाइजर के सभी निजीज़्व वस्तुओं जैसे व्यक्तिगत सुरक्षात्मक उपकरण, मास्क, मोबाइल फोन, बुकस और क्रीम आदि को बिना किसी कैमीकल के सैनिटाइज कर सकती है। इसमें केंद्रित शॉटज़्-वेवलेंथ लाइट का उपयोग सूक्ष्मजीवों को मारने या निष्क्रिय करने के लिए किया जाता है। यह मैजिक मशीन 15 से 18 किलोग्राम की वस्तुओं को 75 सेकंड के अंतराल में 360′ दिशा में वायरस रहित करने में सक्षम है। इसे कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में शक्तिशाली व प्रभावशाली यंत्र के रूप में प्रयोग किया जा सकता हैं। जब यह प्रकाश एकल स्ट्रैंड आरएनए वायरस (कोरोनावायरस) के संपकज़् में आता है तो यह निष्क्रिय हो जाएगा। इसे निजीज़्व चीजों को मंजूरी देने के लिए राज्यों की सीमाओं पर लागू किया जा सकता है। यह उन अस्पतालों के लिए मददगार है, जहां पीपीई की कमी है। यह उपयोग से पहले और बाद में पीपीई को साफ कर सकता है ताकि यह कीटाणुनाशक पीपीई पुन: उपयोग कर सके। यह बैंकों में पैसे को साफ करने के लिए लागू किया जा सकता है। इस अवसर पर जेसीडी विद्यापीठ के प्राचाय डॉ. जयप्रकाश, डॉ. दिनेश गुप्ता, एवं सुधांशु गुप्ता सहित शिक्षक समूह उपस्थित रहा।