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Seminar on EV Technology

ईवी टेक्नोलॉजी में रोज़गार की है अनंत संभावनाएं: डॉ ढींडसा
जेसीडी विद्यापीठ में ई वी टेक्नोलॉजी विषय पर सेमिनार आयोजित

सिरसा 18 फरवरी 2024: जेसीडी विद्यापीठ के महा निदेशक अन्तराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक डॉ कुलदीप सिंह ढींढसा के मार्गदर्शन में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने और आधुनिक तकनीकों से अवगत करवाने को लेकर जे सी डी मेमोरियल इंजीनियरिंग संस्थान में इलेक्ट्रिक व्हीकल तकनीक पर एक सेमिनार का आयोजन हुआ। डॉ कुलदीप सिंह ढींडसा ने कहा कि आज भारत इलेक्ट्रिक व्हीकल के निर्माण का एक बड़ा केंद्र बनने जा रहा है। भविष्य में जहां एक तरफ इलेक्ट्रिक व्हीकल की तादात बढ़ेगी वहीं देश अन्य देशों को भी इलेक्ट्रिक व्हीकल निर्यात करेगा। उन्होंने बताया की इंजीनियरिंग क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए जहां इस क्षेत्र में शोध के लिए बड़े स्वर्णिम अवसर है वहीं रोज़गार की भी अनंत संभावनाएं हैं।

सेमिनार में मुख्य वक्ता के तौर पर इलेक्ट्रिक्ल विभाग के विभागाध्यक्ष इंजीनियर सुशील कुमार अग्रवाल ने अपना वक्तव्य दिया। इंजीनियर सुशील अग्रवाल ने कहा कि आज पेट्रोल और डीज़ल के वाहन एक तरफ़ जहां हानिकारक गैस वातावरण में छोड़ रहे हैं वहीं पेट्रोल और डीज़ल के बढ़ते दामों के चलते आज वाहन का उपयोग करना काफी महंगा हो गया है जिसके लिए इलेक्ट्रिक व्हीकल एक अच्छा विकल्प है। उन्होंने बताया कि सरकार इलेक्ट्रिक व्हीकल को बढ़ावा देने के लिए के इनकी कीमत में रोड टैक्स और अन्य कई तरह के टैक्स माफ़ करके इनको पेट्रोल और डीज़ल वाहनों के समकक्ष लाना चाहती है। इलेक्ट्रिक व्हीकल में आग लगने जैसी अफवाहों पर उन्होंने बताया कि पेट्रोल और डीज़ल वाहनों के मुकाबले इलेक्ट्रिक व्हीकल में आग लगने का अनुपात आधे से भी कम है जिसको आने वाले समय में बिलकुल कम करने पर रिसर्च किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि देश में आज भी 3000 के करीब चार्जिंग स्टेशन स्थापित किये जा चुके है जिनमे से 1500 के करीब चार्जिग स्टेशन हाई वे पर स्थित है , वहीं वर्ष 2030 तक देश में हर पचास से साठ किमी की दूरी पर एक चार्जिंग स्टेशन देखने को मिलेगा जिससे की लम्बी दूरी के लिए भी इलेक्ट्रिक व्हीकल का उपयोग सुगम किया जा सके।

संस्थान के प्राचार्य डॉ दिनेश कुमार ने कहा की भारत कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन करने वाला दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश है ऐसे में अगर इलेक्ट्रिक व्हीकल का उपयोग आने वाले समय में बढ़ता है तो इसको कम किया जा सकता है जोकि पर्यावरण सरक्षंण के लिए बड़ी बात हो सकती है। सेमिनार के अंत में मैकेनिकल विभाग के विभागाध्यक्ष इंजीनियर अनित बंसल ने इलेक्ट्रिक व्हीकल की लागत मूल्य और उसके बीमा से सबंधित व्यापारिक दृषिकोण पर प्रकाश डाला वही सिविल विभाग के विभागाध्यक्ष इंजीनियर जनार्दन तिवारी ने इलेक्ट्रिक व्हीकल की चार्जिंग से संबधित आ रही दिक्कतों के बारे में प्रश्न किया। मैकेनिकल विभाग के इंजीनियर गंगा सिंह ने इलेक्ट्रिक व्हीकल की बैटरी में प्रयोग होने वाले पदार्थ लिथियम के खनन और उपयोग पर जानकारी दी।

इस सेमिनार में सभी विभागों के प्रोफेसर, सहायक प्रोफेसर, नॉन टीचिंग स्टाफ़ और संस्थान के अंतिम वर्ष के सभी छात्रों ने भाग लिया। सेमिनार के अंत में इंजीनियर सुशील कुमार अग्रवाल ने विद्यापीठ के महा निदेशक अन्तराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक डॉ कुलदीप सिंह ढींडसा, कुल सचिव डॉ सुधांषु गुप्ता , प्राचार्य डॉ दिनेश कुमार और सेमिनार में आये सभी प्रति भागियों का धन्यवाद् किया।